India Travel Tales

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फोटो वॉक दिल्ली – २ : लोदी गार्डन (Delhi Photo Walk – 2 : Lodhi Gardens)

हमारी पहली फ़ोटो वॉक के बारे में मैं आपको विस्तार से बता चुका हूं जो दि. 13 अक्तूबर 2019 को भूली भटियारी महल (सेंट्रल रिज, निकट करोल बाग) (Bhuli Bhatiyari Mahal (Central Ridge, Nr. Karol Bagh, New Delhi) में सम्पन्न…

भूली भटियारी महल – आत्मा कहीं नहीं मिली !
भूली भटियारी महल – आत्मा कहीं नहीं मिली !

भूली भटियारी महल – आत्मा कहीं नहीं मिली !

भूली भटियारी भले ही करोल बाग दिल्ली के निकट भुतहा महल माना जाता हो, पर हमें वहां ढूढने पर भी भूली भटियारी की आत्मा नहीं दिखाई दी।

इधर नैनी झील – उधर चांदनी चौक !
इधर नैनी झील – उधर चांदनी चौक !

इधर नैनी झील – उधर चांदनी चौक !

यात्रा सहारनपुर से नैनीताल की  काठगोदाम से भीमताल होते हुए नैनीताल नैनीताल – एक अलसाई हुई सुबह  नैनी झील में बोटिंग  चांदनी चौक रेस्टोरेंट – माल रोड नैनीताल की नैनी झील में आधा घंटा बोटिंग करने के बाद जब मैं…

नैनीताल – नैनी झील में बोटिंग
नैनीताल – नैनी झील में बोटिंग

नैनीताल – नैनी झील में बोटिंग

यात्रा सहारनपुर से नैनीताल की  काठगोदाम से भीमताल होते हुए नैनीताल नैनीताल – एक अलसाई हुई सुबह  नैनी झील में बोटिंग, चिड़ियाघर, तल्लीताल, चांदनी चौक पिछले पोस्ट  – “नैनीताल की अलसाई एक सुबह” में  मैं आपको बता रहा था कि…

काठगोदाम – भीमताल – नैनीताल का बाज़ार
काठगोदाम –  भीमताल – नैनीताल का बाज़ार

काठगोदाम – भीमताल – नैनीताल का बाज़ार

यात्रा सहारनपुर से नैनीताल की  काठगोदाम से भीमताल होते हुए नैनीताल नैनीताल – एक अलसाई हुई सुबह  नैनी झील में बोटिंग, चिड़ियाघर, तल्लीताल, चांदनी चौक काठगोदाम स्टेशन से बाहर आकर जब नैनीताल के लिये शेयर टैक्सी तलाशनी आरंभ की तो…

यात्रा सहारनपुर से नैनीताल की
यात्रा सहारनपुर से नैनीताल की

यात्रा सहारनपुर से नैनीताल की

काठगोदाम रेल टर्मिनस है जहां से नैनीताल हेतु दो मार्ग हैं – सीधे नैनीताल या फिर वाया भीमताल – भुवाली – नैनीताल। काठगोदाम से नैनीताल की दूरी 35 किमी है। यात्रा बहुत सुहावनी होती है।

नैनीताल की एक अलसाई सुबह
नैनीताल की एक अलसाई सुबह

नैनीताल की एक अलसाई सुबह

नयना देवी का प्राचीन मंदिर नैनी झील के मल्लीताल वाले तट पर है। नयना देवी नैनीताल की अधिष्ठात्री देवी हैं। प्रातः उठ कर झील के किनारे इस मंदिर में दर्शन करने का सुख अनुभव ही किया जा सकता है, बताया नहीं जा सकता।

घुमक्कड़ी महाकुंभ – पर ये ओरछा है कहां?
घुमक्कड़ी महाकुंभ – पर ये ओरछा है कहां?

घुमक्कड़ी महाकुंभ – पर ये ओरछा है कहां?

झांसी से 16 किमी दूर म.प्र. में टीकमगढ़ में स्थित ओरछा प्रभु राम की पौराणिक, ऐतिहासिक नगरी है और बेतवा नदी के तट पर स्थित है।

घुमक्कड़ों का कुम्भ – ओरछा में पहला दिन
घुमक्कड़ों का कुम्भ – ओरछा में पहला दिन

घुमक्कड़ों का कुम्भ – ओरछा में पहला दिन

घुमक्कड़ों के ओरछा में महामिलन का आयोजन झांसी रेलवे स्टेशन से आरंभ हो गया और हम चतुर्भुज मंदिर, राजा राम मंदिर, जहांगीर महल, बेतवा दर्शन, अभयारण्य आदि घूमते फिरते रहे और बतियाते रहे।

घुमक्कड़ों का कुंभ – ’ओरछा मिलन’
घुमक्कड़ों का कुंभ – ’ओरछा मिलन’

घुमक्कड़ों का कुंभ – ’ओरछा मिलन’

प्राचीन किलों और मंदिरों का ऐतिहासिक नगर ओरछा बेतवा नदी के तट पर टीकमगढ़ जिले में है यानि मध्य प्रदेश में है किन्तु झांसी से मात्र 16 किमी दूर है। यह राजा राम की नगरी है और वही यहां के शासक हैं।