नासिक शहर से 30 किमी दूर त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग का माहात्म्य सर्वविदित है। गोदावरी तट पर बसे नाशिक में प्रत्येक 12 वर्ष में कुंभ का आयोजन होता है।
दिल्ली – उदयपुर : मेरी पहली हवाई यात्रा
कुछ वर्ष पहले तक तो हम रेल में भी ए.सी. यात्रा को फालतू का खर्चा मान कर स्लीपर क्लास में खुशी खुशी यात्रा करते रहे हैं। हवाई यात्रा की हमने कभी कल्पना ही नहीं की। अचानक ये अवसर उपस्थित हो गया तो मन रोमांचित हो उठा।
हमारी महाराष्ट्र यात्रा – शिरडी में साईं धाम के दर्शन
जिस साईं बाबा के द्वार चौबीसों घंटे खुले रहे, आज उनकी समाधि देखने हेतु 200/- का टिकट है। जो जीवन भर चिथड़े धारण किये रहे, आज उनकी स्वर्णजटित मूर्ति मंदिर में प्रतिष्ठित है।