जिन कलाकृतियों ने मुझे दीवाना बना दिया था वह या तो हाथीदांत की कलाकृतियां थीं या फिर आदमकद मूर्तियां थीं। न जाने अब उन जैसे कलाकार इस धरती पर मौजूद हैं या नहीं जो सिर्फ कलाकृति ही नहीं बनाते, बल्कि अपना दिल ही उड़ेल कर रख देते हैं।
इस श्रंखला की सारी कड़ियां इस प्रकार हैं – हमारी हैदराबाद – महाराष्ट्र तीर्थ यात्रा – पहला दिन श्री शैलम में मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग के दर्शन हमारी हैदराबाद – महाराष्ट्र यात्रा – चारमीनार की सैर हमारी हैदराबाद यात्रा – सालारजंग म्यूज़ियम…