प्राचीन किलों और मंदिरों का ऐतिहासिक नगर ओरछा बेतवा नदी के तट पर टीकमगढ़ जिले में है यानि मध्य प्रदेश में है किन्तु झांसी से मात्र 16 किमी दूर है। यह राजा राम की नगरी है और वही यहां के शासक हैं।
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प्राचीन किलों और मंदिरों का ऐतिहासिक नगर ओरछा बेतवा नदी के तट पर टीकमगढ़ जिले में है यानि मध्य प्रदेश में है किन्तु झांसी से मात्र 16 किमी दूर है। यह राजा राम की नगरी है और वही यहां के शासक हैं।
चांद बावड़ी राजस्थान में जयपुर से 90 किमी दूर जयपुर अलवर मार्ग पर दौसा जिले के आभानेरी गांव में हर्षद माता मंदिर के बगल में मौजूद अतुल्य भारत का एक अद्भुत पर्यटन स्थल है। जहां देश – विदेश के पर्यटक खिंचे चले आते हैं।
बिना घड़ी, बिना दूरबीन और बिना किसी अन्य आधुनिक यंत्र की सहायता के सूर्योदय, सूर्यास्त, सूर्य ग्रहण, चन्द्र ग्रहण, विभिन्न ग्रहों की स्थिति, समय आदि की गणना जंतर मंतर के इन यंत्रों से की जा सकती है।
जयपुर के सबसे महत्वपूर्ण आकर्षणों में से एक सिटी पैलेस पिंक सिटी के मध्य भाग में जन्तर मन्तर के बगल में स्थित है और विश्व भर के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
आज 29 फरवरी थी, यानि जयपुर प्रवास का हमारा अंतिम दिन ! पिछले दो दिनों में पुराने, यानि गुलाबी जयपुर को ठीक से देखने का अवसर नहीं मिल पाया था। आज जयपुर को विदा कहने से पहले यदि पुराने…
जयपुर के जयगढ़ दुर्ग में रखी गयी जयवाण तोप इस किले का प्रमुख आकर्षण है। इंदिरा गांधी पर इस किले से सारा खज़ाना ले जाने के आरोप भी लगते रहे हैं।
जयपुर के नाहरगढ़ दुर्ग से जयपुर का विहंगम दृश्य रात को बहुत आकर्षक लगता है। नाहरगढ़ दुर्ग के रेस्टोरेंट रात को भी खुलते हैं।
अल्बर्ट म्यूज़ियम का भवन स्वयं में एक भव्य कलाकृति है जिसका निर्माण 1876 में आरंभ होकर 1887 में संपन्न हुआ था। उल्लेखनीय है कि सन् 1876 में इंग्लैंड से प्रिंस एल्बर्ट एडवर्ड के आगमन के अवसर पर महाराजा सवाई माधोसिंह द्वितीय द्वारा इस भवन का निर्माण कराया गया था।