आज 29 फरवरी थी, यानि जयपुर प्रवास का हमारा अंतिम दिन ! पिछले दो दिनों में पुराने, यानि गुलाबी जयपुर को ठीक से देखने का अवसर नहीं मिल पाया था। आज जयपुर को विदा कहने से पहले यदि पुराने…

आज 29 फरवरी थी, यानि जयपुर प्रवास का हमारा अंतिम दिन ! पिछले दो दिनों में पुराने, यानि गुलाबी जयपुर को ठीक से देखने का अवसर नहीं मिल पाया था। आज जयपुर को विदा कहने से पहले यदि पुराने…
जयपुर के जयगढ़ दुर्ग में रखी गयी जयवाण तोप इस किले का प्रमुख आकर्षण है। इंदिरा गांधी पर इस किले से सारा खज़ाना ले जाने के आरोप भी लगते रहे हैं।
जयपुर के नाहरगढ़ दुर्ग से जयपुर का विहंगम दृश्य रात को बहुत आकर्षक लगता है। नाहरगढ़ दुर्ग के रेस्टोरेंट रात को भी खुलते हैं।
अल्बर्ट म्यूज़ियम का भवन स्वयं में एक भव्य कलाकृति है जिसका निर्माण 1876 में आरंभ होकर 1887 में संपन्न हुआ था। उल्लेखनीय है कि सन् 1876 में इंग्लैंड से प्रिंस एल्बर्ट एडवर्ड के आगमन के अवसर पर महाराजा सवाई माधोसिंह द्वितीय द्वारा इस भवन का निर्माण कराया गया था।